Rajasthan: CM Gehlot targets PM Modi and Shah । राजस्थान: के सीएम गहलोत ने शाह और पीएम मोदी पर साधा अपना पॉइंट, कहा सबको पता है कि एजेंसी किसके इशारे पर काम कर रही है
डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्थान में राजनीतिक कामकाज के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अमित शाह और गृहमंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना लगाया। यह सभी जानते हैं कि देश में CBI और ईडी जैसी एजेंसियां किसके इशारे पर काम कर रही हैं ऐसा उन्होंने वार्तालाभ में कहा । इन छापों से हम डरने वाले नहीं हैं और न ही और नहीं हम पीछे हटेंगे । मुख्यमंत्री अशोक जी ने गुरुवार को Media से उनके उस लैटर के बारे में बात की, जिस पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था और राज्य के राजनीतिक हालात पर चर्चा की थी |
उन्होंने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री को पत्र इसलिए लिखा है क्योंकि कल प्रधानमंत्री को यह नहीं कहना चाहिए कि मुझे जानकारी नहीं थी या मुझे मेरे लोगों ने अधूरी जानकारी दी थी। ताकि मैं उनसे कभी न मिलें, मैं यह नहीं कहता कि मुझे यह पता नहीं था।
गौरतलब है कि हाल ही में Enforcement Agency (ED) ने Ashok Gehlot के करीबी माने जाने वाले कई लोगों के परिसरों पर छापे मारे थे। निदेशालय ने बुधवार को अग्रसेन गहलोत के घर पर भी छापा मारा जो की Gehlot के बड़े भाई थे |
सभी जानते हैं कि शाह के इशारे पर काम कर रही सीबीआई और ईडी
गहलोत ने कहा कि ईडी आयकर विभाग या सीबीआई की कार्रवाई है। छह साल से बोल रहा हूं पूरा देश बोल रहा हूं कि जिस तरह से कार्रवाई शुरू हुई है, नरेंद्र मोदी के राज में अमित शाह, सीबीआई, ईडी के इशारे पर सभी जानते हैं कि वे किस रूप में काम कर रहे हैं। यह कोई नई बात नहीं है । मुख्यमंत्री ने कहा कि एक जमाने में छापेमारी के बाद पता चला कि छापा मारा गया है। अब स्थिति यह है कि तीन से चार दिन पहले शहरों में ऐसी खबरें आ रही हैं कि छापेमारी होने वाली है। अब उसी रूप में छापेमारी की जा रही है।
ऑडियो टेप की जांच के लिए हमें भेजें: गहलोत
उन्हें आगे आकर वॉयस टेस्ट कराना चाहिए। केंद्रीय मंत्री, विधायक, सांसद भाषण देते हैं, इसलिए सभी जानते हैं कि यह उनकी आवाज है। फिर भी उनकी पहली प्रतिक्रिया यह बनी हुई है कि यह मेरी आवाज नहीं है ।
गहलोत ने पत्र में लोकतांत्रिक मर्यादाओं के खिलाफ विधायकों की खरीद-फरोख्त के जरिए सरकार गिराने के प्रयासों की ओर प्रधानमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराया था। Gehlot ने पत्र में लिखा है कि Corona Virus महामारी के इस दौर में अस्तित्व हमारी सर्वोच्च शुरुवात है।