नई दिल्ली: हमारे आयुर्वेद में हल्दी को काफी फायदेमंद औषधि माना गया है. यह पूरे स्वास्थ्य को बेहतर रखने का काम करती है. हल्दी तीखी,कसैली और गर्म तासीर वाली होती है. कच्ची हल्दी का उपयोग आयुर्वेद में सदियों से होता आया है. हल्दी में विटामिन सी, विटामिन ई, आयरन, जिंक सहित ढेरों पोषक तत्व मौजूद है. जो हल्दी को हमारे जीवन का अनिवार्य हिस्सा बनाते है. हल्दी को आहर में शामिल करने का सबसे अच्छा तरीका है इसके अचार का सेवन करना. आइये जानते है इसे बनाने की विधि….
हल्दी के अचार की सामग्री
1 कप कच्ची ताजी हल्दी की जड़ें
3 चम्मच सरसों का तेल
1 चम्मच काली सरसों
एक चुटकी हींग
1 चम्मच अचार मसाला पाउडर
2 चुटकी नमक
4 चम्मच नींबू का रस
हल्दी का अचार बनाने की विधि
हल्दी की जड़ और अचार मसाला पाउडर आमतौर पर किसी भी किराने की दुकान पर मिल सकती है.
उसके बाद आप हल्दी की जड़ों को अच्छी तरह से धोकर सुखा लें.
फिर इसे छीलकर लम्बा-लम्बा काट लें.
कढ़ाई में तेल गरम करें और सरसों के बीज डालें और उसे पका दें. इसे ठंडा करें और कटी हुई हल्दी के ऊपर डालें.
अब इसमें अचार मसाला पाउडर, नींबू का रस और नमक मिलाएं और अच्छी तरह से हिलाएं.
उसके बाद कांच के एयर टाइट बर्तन में रखें और रेफ्रिजरेटर में स्टोर कर दें.
पानी से रखे दूर
हल्दी का ये अचार 1 महीने तक फ्रेश रहता है. बस इसमें पानी की एक भी बूंद नहीं जानी चाहिए. पानी अचार को खराब कर देगा. याद रखे अचार को भोजन के साथ कम मात्रा में खाएं.
हल्दी के फायदे
कच्ची हल्दी में कैंसर से लड़ने के गुण होते हैं. यह खासतौर पर पुरुषों में होने वाले प्रोस्टेट कैंसर के कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकने के साथ साथ उन्हें खत्म भी कर देती है. यह हानिकारक रेडिएशन के संपर्क में आने से होने वाले ट्यूमर से भी बचाव करती है.
हल्दी में सूजन को रोकने का खास गुण होता है। इसका उपयोग गठिया रोगियों को अत्यधिक लाभ पहुंचाता है. यह शरीर के प्राकृतिक सेल्स को खत्म करने वाले फ्री रेडिकल्स को खत्म करती है और गठिया रोग में होने वाले जोड़ों के दर्द में लाभ पहुंचाती है.
शोध से साबित हो चका है कि हल्दी में लिपोपॉलीसेच्चाराइड नाम का तत्व होता है इससे शरीर में इम्यून सिस्टम मजबूत होता है. हल्दी इस तरह से शरीर में बैक्टेरिया की समस्या से बचाव करती है. यह बुखार होने से रोकती है. इसमें शरीर को फंगल इंफेक्शन से बचाने के गुण होते है.
डिसक्लेमरः यह एक सामान्य जानकारी है. अगर आपको कोई गंभीर समस्या हो तो विशेषज्ञ या डॉक्टर की सलाह के बाद ही हल्दी का सेवन करें.